सर्वे में खुलासा: बिहार की महिलाओं के पास हरियाणा से दोगुनी पर्सनल प्रॉपर्टी


नई दिल्ली/पटना.पिछले एक साल में हरियाणा की 49% महिलाओं ने तंबाकू की लत छोड़ने की कोशिश की है। वहीं बिहार में 15-49 साल की शादीशुदा महिलाओं से हिंसा 12% तक घटी है। उत्तराखंड में 90% महिलाएं परिवार से जुड़े मामलों में फैसला लेने में अहम भूमिका निभाती हैं। जबकि सबसे ज्यादा पर्सनल प्राॅपर्टी बिहार की महिलाओं के पास है। महिलाओं की स्थिति में सुधार की यह जानकारी सरकार की तरफ से हाल ही में जारी नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 में सामने आई है। 10 साल बाद जारी रिपोर्ट में 18 राज्यों के आंकड़े...
- 10 साल बाद जारी इस रिपोर्ट में 18 राज्यों के आंकड़े शामिल हैं। इसमें लोगों के स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक और आर्थिक स्थिति की जाानकारी दी गई है।
- देश के ज्यादातर हिस्सों में बच्चों और महिलाओं की स्थिति में 10 साल में काफी सुधार हुआ है।
- इसके आधार पर भास्करने इस चार हिंदी भाषी राज्यों मध्यप्रदेश, बिहार, हरियाणा और उत्तराखंड में 15 से 49 साल की उम्र की महिलाओं से जुड़े आंकड़ों का एनालिसिस किया।
- इसके मुताबिक इन राज्यों में महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है।
- यह इसलिए भी अहम है कि उत्तराखंड को छोड़ बाकी तीन राज्यों में महिलाओं की स्थिति को लेकर अक्सर सवाल खड़े होते रहे हैं।
बिहार में महिलाओं के पास हरियाणा से दोगुना प्रॉपर्टी
- घर, जमीन या बाकी पर्सनल प्रॉपर्टी के मामले में बिहार की महिलाएं अव्वल हैं। यहां 59% महिलाओं के पास पर्सनल प्रॉपर्टी है। इनमें 61% ग्रामीण है। हरियाणा में 30 फीसदी महिलाओं के पास पर्सनल प्रॉपर्टी है। वहीं, एमपी में करीब 45% महिलाओं के पास निजी संपत्ति है।
- अपना बैंक खाता खुद ऑपरेट करने के मामले में हरियाणा की महिलाएं मध्यप्रदेश से आगे हैं। हालांकि एमपी में यह सबसे ज्यादा चार गुना बढ़ी हैं।
- हरियाणा में 50% से ज्यादा महिलाओं के पास खुद का मोबाइल है जबकि मध्यप्रदेश में यह आंकड़ा सिर्फ 28.7% है। यह आंकड़ा उत्तराखंड में सबसे ज्यादा 55.4% है।
Source: Bhaskar
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