मुजफ्फरपुर .भीमराव अंबेडकर (बीआरए) बिहार विश्वविद्यालय की लापरवाही का एक और बड़ा मामला प्रकाश में आया है। इस बार सभी परीक्षार्थियों का पूरा का पूरा अंंक पत्र ही बदल दिया गया है। छात्र-छात्राओं ने लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई कर उसी की परीक्षा भी दी, लेकिन विवि ने उन्हें बैचलर ऑफ मास कम्यूनिकेशन का अंक पत्र दे दिया है। इसे लेकर छात्र-छात्रा हैरत के साथ-साथ परेशानी में हैं।
सभी एलएस कॉलेज में संचालित लाइब्रेरी साइंस के छात्र-छात्रा हैं। छात्रों ने इसकी शिकायत विवि व संबंधित विभाग में की तो विवि प्रशासन ने जल्द ही गलती सुधारकर फ्रेश अंक पत्र उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है। एलएस कॉलेज में संचालित लाइब्रेरी साइंस के पहले वर्ष के 22 छात्रों ने सत्र 2014-15 में पढ़ाई कर परीक्षा दी। कोर्स में पहले वर्ष में चार पेपर पढ़ना होता है। इसमें लाइब्रेरी एंड सोसायटी, इंट्रोडक्शन ऑफ कंप्यूटर, लाइब्रेरी मैनेजमेंट व कंप्यूटर एप्लीकेशन चार पेपर शामिल हैं। लेकिन, विवि ने रिजल्ट के बाद जो अंक पत्र बनाकर भेजा है, उसमें बीएमसी के इंट्रोडक्शन ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, हिस्ट्री ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, प्रेस लॉ व प्रैक्टिकल विषयों का जिक्र है।
इसी में छात्रों को अंक भी दे दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि एलएस कॉलेज में संचालित इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष की है। पहले वर्ष सर्टिफिकेट इन लाइब्रेरी साइंस दूसरे वर्ष में यह डिप्लोमा व तीसरे वर्ष में बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस की डिग्री मिलती है।
Source: Bhaskar
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