मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में शुक्रवार सुबह 7 बजे स्टाफ-डॉक्टर की शर्मनाक लापरवाही ने एक नवजात की जान ले ली। इस दर्दनाक हादसे के अलावा भी एक घटना वहां हुई। वहां मानवीय संवेदना की मौत भी हुई। जी हां, अगर किसी मां की करुण आवाज को यह कह कर दबाया जाए कि ‘दो बच्चे तो पहले से ही हैं, तीसरे की जरूरत क्या थी’? महिला की पिटाई भी की....
-आरोप है कि जीएनएम ने महिला की पिटाई भी की। मनियारी थाना क्षेत्र के छितरौली गांव के नरेश साह की पत्नी पूजा देवी को प्रसव पीड़ा के साथ-साथ मानसिक पीड़ा भी झेलनी पड़ी।
महिला को ‘मुर्दे’ की तरह ले जाने के समय हुआ हादसा
- जानकारी के मुताबिक, पूजा को गुरुवार शाम सदर अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया। उसे महिला वार्ड के बेड नंबर-5 पर भर्ती किया गया।
- शुक्रवार सुबह 6 बजे से दर्द शुरू हुआ। महिला की सास प्रमिला देवी व बहन माया देवी ने जीएनएम को बताया। लेकिन, उन्हें फटकार कर भगा दिया।
- कहा कि 9 बजे के बाद प्रसव होगा। इस बीच 6.45 बजे पूजा प्रसव दर्द से कराहने लगी और नवजात का सिर बाहर आ गया।
- इसके बाद दो जीएनएम वार्ड में आईं और पूजा को ‘मुर्दे’ की तरह उठाकर प्रसव कक्ष ले जाने लगी। इस दौरान लापरवाही ऐसी कि नवजात बच्चा फर्श पर गिर पड़ा, जिससे उसकी मौत हो गई।
- यही नहीं, नवजात की मौत की घटना को छिपाने के लिए रो रही पूजा देवी की जीएनएम ने पिटाई की और कहा कि दो बच्चे तो पहले से ही थे, तीसरे की क्या जरूरत थी। नवजात की मौत पर परिजनों ने खूब हंगामा भी किया।
इनका है कहना
मुजफ्फरपुर के डीएम धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि यह बेहद गंभीर मामला है। सिविल सर्जन से पूरे मामले की जानकारी लेकर इसकी जांच कराई जाएगी। लापरवाही सामने आने पर दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Source: bhaskar
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