श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के त्राल इलाके में सेना ने गुरुवार को जिन तीन आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया, उनमें से एक 10वीं का टॉपर रह चुका है। दूसरी ओर, बीएसएफ ने पाकिस्तान की तरफ से आ रही एक 30 मीटर लंबी सुरंग का पता लगाया है। बीएसएफ के इन्सपेक्टर जनरल आरके. शर्मा के मुताबिक, इस सुरंग का पता तब लगा जब बीएसएफ जवान यहां ऊंची घास को साफ कर रहे थे। शर्मा ने कहा, “हमें शक है कि इस सुरंग के जरिए आतंकी घुसपैठ कराकर बड़े आतंकी हमले की साजिश रची जा रही थी।” पढ़ाई छोड़कर हिजबुल मुजाहिदीन में हुआ था शामिल.
- जिस आतंकी को 10वीं का टॉपर बताया जा रहा है, उसका नाम मोहम्मद इशाक पैरी है। 20 साल के पैरी को उसकी इंटेलिजेंस की वजह से दोस्त ‘न्यूटन’ भी कहते थे।
- एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2011 के 10वीं के एग्जाम में उसने 98.4 पर्सेंट मार्क्स हासिल किए थे। कश्मीर जोन में उसकी रैंक 9वीं थी।
- बताया जाता है कि पैरी 2015 में पढ़ाई छोड़कर हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था।
- बुधवार रात त्राल में इंटेलिजेंस इनपुट के बाद आर्मी ने ऑपरेशन किया। दादसारा गांव में कार्रवाई का कुछ लोगों ने विरोध भी किया था। इस ऑपरेशन में तीन आतंकी मारे गए।
- एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2011 के 10वीं के एग्जाम में उसने 98.4 पर्सेंट मार्क्स हासिल किए थे। कश्मीर जोन में उसकी रैंक 9वीं थी।
- बताया जाता है कि पैरी 2015 में पढ़ाई छोड़कर हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था।
- बुधवार रात त्राल में इंटेलिजेंस इनपुट के बाद आर्मी ने ऑपरेशन किया। दादसारा गांव में कार्रवाई का कुछ लोगों ने विरोध भी किया था। इस ऑपरेशन में तीन आतंकी मारे गए।
ऊधमपुर में हमला करने आए आतंकियों का मददगार भी मारा गया
- आर्मी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मारे गए आतंकियों में से एक आशिक हुसैन बट ने ऊधमपुर में पिछले साल बीएसएफ के कॉन्वाय पर हमला करने वाले आतंकियों को पनाह दी थी।
- मारे गए तीसरे आतंकी की पहचान आसिफ अहमद मीर के तौर पर हुई है। मारे गए आतंकियों के पास से एके-47 राइफलों के अलावा दूसरे हथियार मिले हैं।
- मारे गए तीसरे आतंकी की पहचान आसिफ अहमद मीर के तौर पर हुई है। मारे गए आतंकियों के पास से एके-47 राइफलों के अलावा दूसरे हथियार मिले हैं।
बॉर्डर पर 30 मीटर लंबी सुरंग मिली
- जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा सेक्टर में बीएसएफ ने पाकिस्तान से आने वाली 30 मीटर लंबी सुरंग का पता लगाया है।
- इस सुरंग का पता लगाया जाना इसलिए खास हो जाता है, क्योंकि जल्द ही अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। आतंकी सुरंग का इस्तेमाल घुसपैठ के लिए करते हैं।
- बीएसएफ के इन्सपेक्टर जनरल आरके. शर्मा के मुताबिक, सुरंग जमीन के करीब 10 फीट नीचे की तरफ खोदी गई थी।
- शर्मा ने बताया कि यह पूरी तरह तैयार नहीं हो पाई थी। जैसे ही हमें इस सुरंग के बारे में पता लगा, हमने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की। उन्हें इस बारे में बताया गया। - उनके मुताबिक, जम्मू शहर में आतंकियों को भेजने की साजिश रची जा रही थी।
- इस सुरंग का पता लगाया जाना इसलिए खास हो जाता है, क्योंकि जल्द ही अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। आतंकी सुरंग का इस्तेमाल घुसपैठ के लिए करते हैं।
- बीएसएफ के इन्सपेक्टर जनरल आरके. शर्मा के मुताबिक, सुरंग जमीन के करीब 10 फीट नीचे की तरफ खोदी गई थी।
- शर्मा ने बताया कि यह पूरी तरह तैयार नहीं हो पाई थी। जैसे ही हमें इस सुरंग के बारे में पता लगा, हमने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की। उन्हें इस बारे में बताया गया। - उनके मुताबिक, जम्मू शहर में आतंकियों को भेजने की साजिश रची जा रही थी।
4 साल में चौथी सुरंग का पता लगा
- इंटरनेशनल बॉर्डर पर 2012 से अब तक 4 सुरंगों का पता लगाया जा चुका है।
- 2012 और 2014 में अखनूर सेक्टर में दो सुरंगों का पता लगाया गया था। इसके अलावा, 2013 में सांबा सेक्टर में एक सुरंग मिली थी।
- आर्मी और पुलिस इन सभी सेक्टर्स में कड़ी चौकसी कर रही हैं। बता दें कि जम्मू-पठानकोट हाईवे आतंकियों के निशाने पर हमेशा से रहा है।
- आर्मी और पुलिस इन सभी सेक्टर्स में कड़ी चौकसी कर रही हैं। बता दें कि जम्मू-पठानकोट हाईवे आतंकियों के निशाने पर हमेशा से रहा है।
Source: Dainik Bhaskar
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