नागपुर (महाराष्ट्र).आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा है कि देश की यंग जनरेशन को ‘भारत माता की जय’ कहना सीखना होगा। भागवत के इस बयान को जेएनयू एपिसोड से जोड़कर देखा जा रहा है। ये सिखाने की जरूरत नहीं है.
- गुरुवार को एक प्रोग्राम के दौरान भागवत ने कहा- भारत माता की जय, सिखाने की जरूरत नहीं है। यह तो अपने अंदर से आना चाहिए। यह आॅलराउंड डेवलपमेंट के लिए भी जरूरी है।
- उन्होंने कहा- यह बदकिस्मती है कि हमें उन्हें (स्टूडेंट्स को) नेशनलिज्म सिखाने की जरूरत पड़ती है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि कुछ लोग ऐसे हैं जो 'भारत माता की जय' कहने से दूसरों को रोकते हैं।
- आरएसएस हेडक्वार्टर में एक अवॉर्ड फंक्शन के दौरान भागवत ने कहा कि कुछ इंटेलेक्चुअल्स ऐसे हैं जो भारत विरोधी नारों का समर्थन करते हैं।
- उन्होंने कहा- यह बदकिस्मती है कि हमें उन्हें (स्टूडेंट्स को) नेशनलिज्म सिखाने की जरूरत पड़ती है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि कुछ लोग ऐसे हैं जो 'भारत माता की जय' कहने से दूसरों को रोकते हैं।
- आरएसएस हेडक्वार्टर में एक अवॉर्ड फंक्शन के दौरान भागवत ने कहा कि कुछ इंटेलेक्चुअल्स ऐसे हैं जो भारत विरोधी नारों का समर्थन करते हैं।
जेएनयू विवाद एक साजिश
- भागवत के पहले संघ के ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी दत्तात्रेय होसबोले ने पूरे जेएनयू विवाद को साजिश बताया।
- उन्होंने कहा कि जो लोग अफजल गुरु और पाकिस्तान के फेवर में नारे लगाते हैं, वो देशद्रोही हैं।
- होसबोले ने ये भी कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी ही चाहिए।
- संघ के एक और नेता मनमोहन वैद्य ने भी जेएनयू की घटना पर नाराजगी जताते हुए दिल्ली पुलिस के एक्शन को सही करार दिया।
क्या है विवाद?
- जेएनयू में 9 फरवरी को लेफ्ट स्टूडेंट्स के ग्रुप्स ने संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के को-फाउंडर मकबूल भट की याद में एक प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया था। इसे कल्चरल इवेंट का नाम दिया गया था।
- साबरमती हॉस्टल के सामने शाम 5 बजे उसी प्रोग्राम में कुछ लोगों ने देशविरोधी नारेबाजी की। इसके बाद लेफ्ट और एबीवीपी स्टूडेंट्स के बीच झड़प हुई।
- 10 फरवरी को नारेबाजी का वीडियो सामने आया। दिल्ली पुलिस ने 12 फरवरी को देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया।
- इसके बाद जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार को अरेस्ट कर लिया गया। जबकि खालिद फरार हाे गया था। बाद में पता चला कि वह जेएनयू कैम्पस में ही था। कुछ दिन बाद उसने सरेंडर कर दिया। वह अभी ज्यूडिशियल कस्टडी में है।
- तिहाड़ से छूटे कन्हैया ने गुरुवार रात जेएनयू कैम्पस में स्टूडेंट्स के सामने स्पीच दी और मोदी पर जमकर निशाना साधा।

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